हनुमान जयंती आ रही है और इस पावन अवसर पर भक्तगण भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना करते हैं। हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करने का विशेष महत्व होता है।
मान्यता है कि सिंदूर अर्पित करने से भगवान हनुमान प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
आइए, इस लेख में हम आपको हनुमान जयंती पर सिंदूर के कुछ उपायों के बारे में बताते हैं:
1. सिंदूर और चमेली का तेल:
हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी को चमेली का तेल और सिंदूर अर्पित करें। साथ ही, निम्न मंत्र का जाप करें:
“सिन्दूरं रक्तवर्णं च सिन्दूरतिलकप्रिये। भक्तयां दत्तं मया देव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम।।”
इस उपाय को करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
2. घर के मैन गेट पर स्वास्तिक का निशान:
अगर आपके परिवार में कलह-क्लेश का माहौल है, तो सिंदूर में थोड़ा तेल मिलाकर घर के मैन गेट पर स्वास्तिक का निशान बनाएं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस उपाय को लगातार 40 दिन तक करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और खुशहाली आती है।
3. दाहिने कंधे पर तिलक:
अगर आपके कार्य में बाधा आ रही है, तो हनुमान जी के दाहिने कंधे पर सिंदूर का तिलक लगाएं।
मान्यता है कि यह उपाय करने से बजरंगबली की कृपा प्राप्त होती है और बिगड़े काम बनने लगते हैं।
ध्यान दें:
-
इन उपायों को करते समय शुद्ध मन और भक्तिभाव होना चाहिए।
-
हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करते समय सिंदूर की मात्रा कम ही रखें।
-
इन उपायों के अलावा, हनुमान जयंती पर व्रत रखना, हनुमान चालीसा का पाठ करना और हनुमान जी की पूजा-अर्चना करना भी शुभ माना जाता है।
हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर हम सभी भगवान हनुमान से प्रार्थना करते हैं कि वे हमारे जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली प्रदान करें।