मेई जेमिसन पहली अफ्रीकी–अमेरिकी महिला अंतरिक्ष यात्री रही है। उन्होंने 1992 में स्पेस शटल एंडेवर पर यात्रा करके इतिहास रचा था। वह एक प्रतिभाशाली एवं महत्वाकांक्षी महिला थी। अपनी लगन एवं मेहनत से उनहोंने अपनी जिंदगी में कई उपल्ब्धियां हासिल की। उनके व्यक्तित्व की आभा अंतरिक्ष क्षेत्र से बाहर भी फैली हुई है।
उनका जन्म 1956 में डेकाटुर, अलबामा में हुआ। बचपन से ही वह बहुत जिज्ञासु थी और ज्ञान प्राप्त करने की लालसा उनमें कूट कूट कर भरी थी। सीखने की इस ललक ने उन्हें 16 साल की उम्र में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में दाखिला लेने के लिए प्रेरित किया। वहां, उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग और अफ्रीकी–अमेरिकी अध्ययन में दोहरी डिग्री हासिल की। बाद में, उन्होंने अपनी बहुआयामी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए कॉर्नेल मेडिकल कॉलेज से एम.डी. की उपाधि प्राप्त की।
एक बहुआयामी कैरियर:
नासा के साथ अपनी यात्रा शुरू करने से पहले, जेमिसन ने कई क्षेत्रो में काम किया। उन्होंने सिएरा लियोन और लाइबेरिया में शांति सेना के साथ एक चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने प्राथमिक चिकित्सा के क्षेत्र में काम करते हुए विभिन्न अनुसंधान परियोजनाओं पर भी काम किया।
वह जेमिसन के अंतरिक्ष यात्रा के स्टार ट्रेक श्रृंखला से काफी प्रभावित हुई। उन पर सैली राइड की अंतरिक्ष यात्रा और निकेल निकोल्स के लेफ्टिनेंट उहुरा के दृष्टिकोण का काफी प्रभाव पड़ा। इन सबसे प्रेरित होकर, मॅई ने नासा के अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम के लिए आवेदन किया। हजारों आवेदकों में से जेमिसन 1987 में नासा के अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम के लिए चुनी गयी। वह इस कार्यक्रम के लिए चुने गए 15 लोगों में से एक थी, जबकि हजारों लोगों ने इसके लिए आवेदन किया हुआ था।
12 सितंबर 1992 को वह अविस्मणीय क्षण आया, जब उन्होंने एंडेवर में उड़ान भरी, जिससे वह अंतरिक्ष में यात्रा करने वाली पहली अफ्रीकी–अमेरिकी महिला बन गईं। मिशन के दौरान, उन्होंने अस्थि कोशिकाओं और भारहीनता पर प्रयोग किए।
नासा से परे:
अपनी ऐतिहासिक यात्रा के बाद, जेमिसन धीमी नहीं हुई। उन्होंने 1993 में नासा से इस्तीफा दे दिया और जेमिसन ग्रुप की स्थापना की, जो एक परामर्शदाता कंपनी है, जो छात्रों में विज्ञान के प्रति लगाव को प्रोत्साहित करती है और विकासशील देशों के लिए प्रौद्योगिकी डिजाइन करती है।
मॅई जेमिसन के बारे में अज्ञात तथ्य:
जेमिसन न केवल स्टार ट्रेक से प्रेरित थी, बल्कि उसने “स्टार ट्रेक: द नेक्स्ट जेनरेशन” के एक एपिसोड में अतिथि भूमिका भी निभाई, इस प्रकार वह शो में आने वाली पहली वास्तविक अंतरिक्ष यात्री बन गई।
मॅई सिर्फ एक वैज्ञानिक ही नहीं बल्कि एक प्रशिक्षित डांसर भी हैं। उन्होंने एक बार प्रोफेशनल डांस में करियर बनाने के बारे में सोचा था।
लेखन के क्षेत्र में भी मॅई जेमिसन ने ‘फाइंड व्हेयर द विंड गोज़‘ किताब से प्रसिद्धि पायी। यह किताब उन्होंने बच्चों के लिए लिखी हैं और इसमें उनके जीवन एवं अंतरिक्ष यात्रा का वर्णन है।
मॅई जेमिसन का जीवन यह प्रमाणित करता है कि जुनून, दृढ़ संकल्प से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है। उनको अपनी जिंदगी में कई बाधाओं का सामना करना पड़ा। रंगभेद और लिंगभेद जैसी समस्याएं गाहे – वगाहे उनके रास्ते में बाधाएं पैदा करती रही, परन्तु उन्होंने इनकी कभी परवाह नही की और अपने उद्देश्य के लिए समर्पित रही। आज उनकी विरासत दुनिया भर में अनगिनत व्यक्तियों को प्रेरित करती रहती है। उनकी कहानी यह साबित करती है कि आकाश कोई सीमा नहीं है। यह तो बस शुरुआत है।