कहानी 1: ईमानदारी का फल
किसी गाँव में एक गरीब किसान रामू रहता था। रामू के पास थोड़ी सी जमीन थी जिस पर वह खेती करता था। एक दिन, रामू को अपनी जमीन खोदते समय एक बर्तन मिला। बर्तन के अंदर सोने के सिक्के भरे हुए थे। रामू बहुत खुश हुआ लेकिन उसने सोचा कि ये सिक्के किसी और के हो सकते हैं।
रामू बर्तन लेकर गाँव के मुखिया के पास गया और सब कुछ बता दिया। मुखिया ने रामू की ईमानदारी से प्रभावित होकर उसे इनाम दिया और कहा, “रामू, तुम्हारी ईमानदारी के लिए मैं तुम्हें यह बर्तन और सोने के सिक्के देता हूँ।” रामू की ईमानदारी ने उसे जीवनभर के लिए समृद्ध बना दिया।
सीख: ईमानदारी का फल हमेशा मीठा होता है।
कहानी 2: सच्चा मित्र
एक समय की बात है, दो दोस्त, राजू और मोहन, एक जंगल से गुजर रहे थे। चलते-चलते उन्होंने देखा कि एक भालू उनकी तरफ आ रहा है। राजू ने जल्दी से एक पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचा ली, लेकिन मोहन पेड़ पर चढ़ नहीं सकता था।
मोहन ने सुना था कि भालू मरे हुए इंसान को नहीं खाते, इसलिए वह ज़मीन पर लेट गया और सांस रोक ली। भालू उसके पास आया, उसे सूंघा और चला गया। राजू ने पेड़ से उतरकर पूछा, “भालू ने तुम्हारे कान में क्या कहा?”
मोहन ने उत्तर दिया, “भालू ने कहा कि सच्चा मित्र वही है जो मुसीबत में साथ न छोड़े।”
सीख: सच्चा मित्र वही है जो मुश्किल समय में आपका साथ दे।
कहानी 3: लालची कुत्ता
एक बार की बात है, एक कुत्ते को एक हड्डी मिली। वह हड्डी लेकर नदी के किनारे गया और पुल पर चढ़कर दूसरी तरफ जाने लगा। उसने नदी के पानी में अपनी परछाई देखी और सोचा कि कोई दूसरा कुत्ता भी हड्डी लिए हुए है। उसने अपनी हड्डी छोड़ दी और दूसरी हड्डी पाने के लिए पानी में कूद पड़ा। लेकिन उसे कुछ नहीं मिला, और उसकी हड्डी भी पानी में बह गई।
सीख: लालच का परिणाम हमेशा बुरा होता है।
कहानी 4: मेहनत का फल
एक छोटे से गाँव में एक गरीब लकड़हारा रहता था। वह रोज जंगल में जाकर लकड़ियाँ काटता और उन्हें बेचकर अपना गुजारा करता। एक दिन, लकड़हारे को जंगल में एक सोने की कुल्हाड़ी मिली। लेकिन उसने सोचा कि यह कुल्हाड़ी किसी कीमती चीज़ है और उसे किसी और का नुकसान नहीं पहुँचाना चाहिए।
लकड़हारा सोने की कुल्हाड़ी को लेकर राजा के पास गया और उसे सौंप दी। राजा ने उसकी ईमानदारी से प्रभावित होकर उसे बहुत सारी धन-दौलत और एक नई कुल्हाड़ी इनाम में दी।
सीख: मेहनत और ईमानदारी का फल हमेशा मीठा होता है।
कहानी 5: चतुर खरगोश
एक जंगल में एक चालाक खरगोश रहता था। जंगल में एक भयंकर शेर भी रहता था जो जानवरों को परेशान करता था। एक दिन, शेर ने खरगोश को पकड़ लिया और खाने की धमकी दी। खरगोश ने शेर से कहा, “मुझे छोड़ दो, मैं आपको एक बड़ा शिकार दिखाऊंगा।”
शेर ने खरगोश की बात मान ली। खरगोश ने शेर को एक कुएँ के पास ले जाकर कहा, “देखो, इस कुएँ में एक और शेर रहता है जो मुझे खा जाएगा।” शेर ने कुएँ में झाँका और अपनी ही परछाई देखी। उसने सोचा कि यह दूसरा शेर है और उस पर झपटने के लिए कूदा। शेर कुएँ में गिर गया और मर गया। खरगोश की चतुराई ने जंगल के सभी जानवरों को शेर से मुक्ति दिला दी।
सीख: चतुराई और बुद्धिमानी से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान किया जा सकता है।