हनुमान जन्म कथा
हिंदू धर्म में, हनुमान जयंती हर साल चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाती है। माना जाता है कि अत्यंत बलशाली और निडर हनुमान जी भगवान शिव के 11वें रुद्र अवतार हैं। आइए जानते हैं उनकी जन्म कथा के बारे में।
हनुमान जन्म की कथा
पौराणिक कथाओं के अनुसार, धर्म की स्थापना के लिए भगवान विष्णु ने राम के रूप में अवतार लिया था। उनकी सहायता के लिए भगवान शिव ने हनुमान के रूप में जन्म लिया।
एक दूसरी कथा के अनुसार, राजा केसरी और उनकी पत्नी अंजना पुत्र प्राप्ति की इच्छा से तपस्या कर रहे थे। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें वरदान दिया। अंजना ने बलशाली, तेजस्वी और बुद्धिमान पुत्र की इच्छा जताई। तब शिव ने अपनी रौद्र शक्ति का अंश पवन देव को अर्पित कर यज्ञकुंड में डाला। वही शक्ति बाद में अंजना के गर्भ में प्रवेश कर हनुमान के रूप में जन्म लेती है।