स्कूल की कैंटीन में अकेले बैठी लड़की।
क्लास में सबके मुँह से एक ही शब्द – “मोटी”।
स्पोर्ट्स डे पर टीचर का ताना – “तू रेस में नहीं, तमाशा बनाएगी”।
12 साल की उम्र में वजन 78 किलो।
और 24 साल की उम्र में – फेमिना मिस इंडिया यूनिवर्स 2016 की फर्स्ट रनर-अप।
ये लोपामुद्रा राउत की कहानी है।
और ये कोई फिल्मी स्क्रिप्ट नहीं, बल्कि 100% सच्चाई है।
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नागपुर के एक मिडिल-क्लास परिवार में पली-बढ़ी लोपामुद्रा को बचपन से बॉडी शेमिंग का सामना करना पड़ा।
इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में उसने बताया था –
“लोग मुझे देखकर हँसते थे। क्लास में कोई मेरे बगल में नहीं बैठना चाहता था। लंच अकेले खाती थी।
”स्पोर्ट्स डे का वो किस्सा तो आज भी वायरल है –
टीचर ने उसका नाम रेस लिस्ट से काट दिया और पूरी क्लास ने तालियाँ बजाकर हँस दिया।
उसी दिन लोपामुद्रा ने ठान लिया –
“मैं बदलूँगी। और जब बदलूँगी, तो कोई मुझे रोक नहीं पाएगा।”
78 से 52 किलो – बिना जिम, बिना डाइटिशियन
गाँव की सड़कों पर सुबह 5 बजे दौड़ना शुरू किया।
घर का सादा खाना – दाल, चावल, रोटी, सब्जी।
शाम को स्किपिंग और बॉडी-वेट एक्सरसाइज।
6 महीने में 26 किलो वजन कम।
जो लड़के उसे “मोटी” कहकर चिढ़ाते थे, अब पीछे पड़ गए।
लोपामुद्रा ने सिर्फ इतना कहा –
“अब बहुत देर हो चुकी है।”
मिस इंडिया का सफर – एक नहीं, दो इंटरनेशनल क्राउन
2016 में फेमिना मिस इंडिया में 21 फाइनलिस्ट में चुनी गईं।
फिनाले में फर्स्ट रनर-अप बनीं।
उसी साल मिस यूनाइटेड कॉन्टिनेंट्स में सेकंड रनर-अप।
क्राउन पहनते वक्त स्टेज पर उसने कहा था –
“ये क्राउन मेरी बॉडी शेमिंग का जवाब है।”
आज कहाँ हैं लोपामुद्रा?
- बिग बॉस 14 की कंटेस्टेंट रह चुकी हैं
- मराठी फिल्मों में एक्टिंग कर चुकी हैं
- इंटरनेशनल रैंप वॉक कर इंडिया का नाम रोशन कर चुकी हैं
- अपना पेजेंट ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट चलाती हैं
- लाखों लड़कियों की मेंटर हैं
और सबसे खूबसूरत बात –
वो आज भी अपनी पुरानी “मोटी” वाली फोटोज सोशल मीडिया पर डालती हैं और कैप्शन लिखती हैं:
“ये मैं ही थी। और ये भी मैं ही हूँ। दोनों में कोई फर्क नहीं। फर्क सिर्फ नजरिए का है।”
RealShePower मैसेज
लोपामुद्रा राउत ने साबित कर दिया –
तुम्हारा शरीर उनका टाइमपास हो सकता है, तुम्हारा सपना नहीं।
बॉडी शेमिंग करने वाले हमेशा रहेंगे।
तुम बस इतना करो – चुपचाप मेहनत करो, बदल जाओ, और एक दिन वही लोग तुम्हारे नाम की तालियाँ बजाएँगे।
तुम भी कभी बॉडी शेमिंग का शिकार हुई हो?
कमेंट में अपनी एक लाइन लिखो।
हम सब एक-दूसरे की ताकत हैं।
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