
गांव में एक नन्हा लड़का था, जिसका नाम मोहित था। मोहित को रंग-बिरंगे गुब्बारे बहुत पसंद थे। जब भी गांव में मेला लगता, वह सबसे पहले गुब्बारों की दुकान पर भागता।
एक दिन गांव में एक अजीब सा जादूगर आया। उसका नाम था गुब्बारे वाला जादूगर। उसने रंग-बिरंगे गुब्बारों की एक बड़ी टोकरी अपने सिर पर रखी हुई थी।
जादूगर ने कहा, “मेरे गुब्बारे सिर्फ देखने में ही सुंदर नहीं हैं, बल्कि इनमें जादू भी है!”
गांव के बच्चे चकित हो गए। मोहित भी दौड़कर वहां पहुंचा और बोला, “क्या ये सच है?”
जादूगर ने मुस्कुराते हुए कहा, “बिल्कुल! यह देखो।” उसने एक लाल गुब्बारा हवा में छोड़ा और कहा, “गुब्बारे, गुब्बारे, आसमान में जाओ और तितली बन जाओ।”
अगले ही पल, लाल गुब्बारा तितली में बदल गया! बच्चे तालियां बजाने लगे। फिर उसने एक हरा गुब्बारा उठाया और बोला, “हरा गुब्बारा, पेड़ बन जाओ।” और हरा गुब्बारा सच में पेड़ में बदल गया!
मोहित ने खुशी से कहा, “मुझे भी एक जादुई गुब्बारा चाहिए।”
जादूगर ने उसे एक नीला गुब्बारा दिया और कहा, “इस पर अपना मनपसंद सपना बोलो।”
मोहित ने आँखें बंद कीं और बोला, “मैं आसमान में उड़ना चाहता हूँ।” और जैसे ही उसने गुब्बारा छोड़ा, वह बादलों के बीच उड़ने लगा।
बच्चे खुशी से चिल्लाए, और मोहित आसमान में तैरते पंछियों के साथ उड़ान भरने लगा।
कुछ देर बाद मोहित धीरे-धीरे जमीन पर लौट आया। जादूगर ने मुस्कुराते हुए कहा, “हर गुब्बारे में एक सपना होता है। बस विश्वास और खुशी चाहिए।”
मोहित ने धन्यवाद किया और घर लौट आया। अब हर बार जब वह आसमान में गुब्बारे देखता, तो उसे अपनी जादुई उड़ान याद आ जाती।
सीख: विश्वास और खुशियों से हर सपना पूरा हो सकता है। 😊